Kavi Bulakidas
कवि बुलाकीदास
कवि बुलाकी दास जी का जन्म आमरे में हुआ था। यह गोयल गोत्री अग्रवाल दिगंबर जैन श्रावक थे। इनके पूर्वज बयाना जिला भरतपुर में रहते थे। इनके पिता का नाम नंदलाल और मां का नाम जैनी था और उन्होंने अपनी मां के आग्रह पर ही पांडव पुराण नामक ग्रंथ का निर्माण किया था। कवि बुलाकी दास जी का समय 17 वी शताब्दी है।